
दीपावली 2025 कब है? तिथि और मुहूर्त
दीपावली 2025 का पर्व सोमवार, 20 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा।
अमावस्या तिथि 20 अक्टूबर दोपहर 3:44 बजे से प्रारंभ होकर 21 अक्टूबर शाम तक रहेगी।
लक्ष्मी पूजन मुहूर्त: शाम 7:08 PM से 8:18 PM तक रहेगा।
कुछ पंचांगों के अनुसार अमावस्या अगले दिन तक रहेगी, लेकिन अधिकतर भारतीय कैलेंडर 20 अक्टूबर को ही मुख्य दीपावली दिवस मानते हैं।
दीपावली का पौराणिक और आध्यात्मिक महत्व
दीपावली सिर्फ एक त्यौहार नहीं — यह प्रकाश, सत्य और आत्मज्ञान का प्रतीक है।
पौराणिक ग्रंथों में इसके कई संदर्भ मिलते हैं:
रामायण कथा: भगवान श्रीराम के 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटने पर लोगों ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया।
महालक्ष्मी आविर्भाव: इस दिन माता लक्ष्मी समुद्र मंथन से प्रकट हुई थीं।
नरकासुर वध: भगवान श्रीकृष्ण ने इस दिन नरकासुर नामक दैत्य का वध किया।
धन्वंतरि जन्म: आयुर्वेद के देवता भगवान धन्वंतरि का जन्म धनतेरस के दिन हुआ था।
यह पर्व धन, स्वास्थ्य, ज्ञान और अध्यात्म का संगम है।
दीपावली के 5 दिन – एक नजर में
| दिन | पर्व | महत्व |
|---|---|---|
| 1. धनतेरस (18 अक्टूबर) | भगवान धन्वंतरि, लक्ष्मी व कुबेर की पूजा। नए बर्तन, सोना-चांदी खरीदना शुभ। | |
| 2. नरक चतुर्दशी (19 अक्टूबर) | छोटी दिवाली — बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक। | |
| 3. दीपावली (20 अक्टूबर) | मुख्य दिन — लक्ष्मी-गणेश-कुबेर पूजा, दीप जलाना, घर सजाना। | |
| 4. गोवर्धन पूजा (21 अक्टूबर) | भगवान कृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने की स्मृति। | |
| 5. भाई दूज (23 अक्टूबर) | भाई-बहन के प्रेम और सुरक्षा का पर्व। |
दीपावली पूजा विधि (Step-by-Step)
1. तैयारी
घर की पूरी सफाई करें — यह ऊर्जा शुद्धिकरण का प्रतीक है।
पूजन स्थल पर लाल या पीला वस्त्र बिछाएँ।
गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियाँ एक चौकी पर रखें।
2. पूजन सामग्री
दीपक, धूप, पुष्प, चावल, सिंदूर, कलश, मिठाई, नारियल, जल और सोने-चांदी के सिक्के रखें।
3. पूजा विधि
गणेश जी की पूजा करें — “ॐ गं गणपतये नमः”
लक्ष्मी जी की पूजा करें — “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः”
कुबेर जी की आराधना करें — समृद्धि के लिए।
दीप जलाएँ और आरती करें — "जय लक्ष्मी माता"।
4. विशेष उपाय
घर के उत्तर-पूर्व कोने में घी का दीपक जलाएँ।
लक्ष्मी जी के समक्ष 11 कौड़ियाँ रखें और पूजा के बाद तिजोरी में रखें।
अमावस्या की रात “ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” का 108 बार जाप करें।
ज्योतिषीय उपाय (राशि अनुसार)
| राशि | शुभ रंग | दीपावली उपाय |
|---|---|---|
| मेष | लाल | हनुमान मंदिर में दीप दान करें। |
| वृषभ | सफेद | चांदी का सिक्का पूजा में रखें। |
| मिथुन | हरा | तुलसी में दीपक जलाएँ। |
| कर्क | दूधिया | जल में तांबे का सिक्का प्रवाहित करें। |
| सिंह | सुनहरा | सूर्य देव को अर्घ्य दें। |
| कन्या | हल्का हरा | गाय को हरी घास खिलाएँ। |
| तुला | नीला | विष्णु मंदिर में दीप जलाएँ। |
| वृश्चिक | लाल | माता काली की आराधना करें। |
| धनु | पीला | मंदिर में हल्दी अर्पित करें। |
| मकर | नीला | काले तिल का दीप जलाएँ। |
| कुंभ | बैंगनी | जल में दीप प्रवाहित करें। |
| मीन | सफेद | शिवलिंग पर जल चढ़ाएँ। |
दीपावली के दिन किए जाने वाले 5 शुभ कर्म
दीपदान: अंधेरे को दूर करने के लिए घर, मंदिर और रास्तों में दीप जलाएँ।
दान-पुण्य: गरीबों को वस्त्र, भोजन, मिठाई दान करें।
सकारात्मक संकल्प: पुरानी बुराइयों को त्यागने का व्रत लें।
ध्यान और जाप: लक्ष्मी मंत्र या गायत्री मंत्र का जप करें।
प्रकृति-हित: पटाखों के बजाय मिट्टी के दीये जलाएँ।
⚡ दीपावली के समय किन गलतियों से बचें
रात्रि में झाड़ू न लगाएँ — इसे अशुभ माना जाता है।
झूठ, क्रोध और नकारात्मक विचारों से बचें।
किसी के घर खाली हाथ न जाएँ — मिठाई या दीप लेकर जाएँ।
दीपक बुझने न दें — निरंतर जलते दीप को शुभ माना जाता है।
दीपावली का आध्यात्मिक महत्व
दीपावली सिर्फ बाहरी प्रकाश नहीं, बल्कि आंतरिक ज्योति का भी प्रतीक है।
यह हमें सिखाती है कि जीवन में जब भी अंधकार आए, तो सत्कर्म, श्रद्धा और विश्वास का दीपक जलाना चाहिए।
“अंधकार से प्रकाश की ओर, असत्य से सत्य की ओर, मृत्यु से अमरत्व की ओर — यही दिवाली का सार है।”
FAQ – दीपावली 2025 से जुड़े सामान्य प्रश्न
❓ दीपावली 2025 की तारीख क्या है?
दीपावली 2025 सोमवार, 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी।
❓ लक्ष्मी पूजन का शुभ समय क्या है?
शाम 7:08 बजे से 8:18 बजे तक का समय सर्वश्रेष्ठ माना गया है।
❓ दीपावली की पूजा में क्या अर्पित करना चाहिए?
दीप, पुष्प, अक्षत, मिठाई, कलश, सोने-चांदी के सिक्के और महालक्ष्मी मंत्र का जाप करें।
❓ क्या दीपावली के दिन दान शुभ होता है?
हाँ, दीपावली पर दान करने से कुबेर और लक्ष्मी दोनों प्रसन्न होते हैं।
❓ 2025 में दीपावली का ग्रहयोग कैसा रहेगा?
इस बार अमावस्या के साथ शुभ योग बन रहे हैं — धन वृद्धि और व्यवसाय विस्तार के लिए लाभकारी समय रहेगा।
निष्कर्ष
दीपावली 2025 आपके जीवन में नई ऊर्जा, समृद्धि और आंतरिक शांति लेकर आए।
इस वर्ष की दीपावली को “सत्कर्म की रोशनी” बनाएं —
माँ लक्ष्मी की कृपा से आपका हर कार्य सफल हो।
✨ शुभ दीपावली 2025! ✨






